LITTLE KNOWN FACTS ABOUT MAHA KALI SIDDHA KAVACH.

Little Known Facts About maha kali siddha kavach.

Little Known Facts About maha kali siddha kavach.

Blog Article

ब्रह्मास्त्रादीनि शस्त्राणि तद् गात्र स्पर्शवात्ततः ।

क्लीं भद्रकालिके स्वाहा पातु मे अधरयुग्मकम् ।

सर्वेषां कवचानां च सारभूतं परात्परम्॥

ह्रीं त्रिलोचने स्वाहा नासिकां मे सदावतु।

नारायणोऽपि यद्धत्वा नारी भूत्वा महेश्वरम् ॥

और इस साधना के लिये कोई विशेष जगह या निश्चित समय होता हैं;

हमे कैसे पता चलेगा कि हमें किसकी पूजा या साधना करणी चाहिये!!!

लोकसत्ता वृत्तपत्र बातमी बाबत जाहीर सूचना २१.८.२३ जाहीर निवेदन

त्रैलोक्यं क्षोभयत्येव कवचस्य प्रसादतः ।

निवडयादीमधील उमेदवारांकरीता पदस्थापना/नियुक्ती आदेशाबाबत प्रसिद्धीपत्र

नीला घना वलाका च मात्रा मुद्रा मिता च माम् ।

ह्रीं ह्रीं स्वरूपिणी चैव ह्रीं ह्रीं सं हं गिनी तथा,

In case you’d like to file an allegation of infringement, you’ll ought to follow the procedure described within our Copyright and Mental Property Coverage.

महाकाली, महाकाल की वह शक्ति है जो काल व समय को नियन्त्रित करके सम्पूर्ण सृष्टि का संचालन करती हैं। आप दसों महाविद्याओं में प्रथम हैं और आद्याशक्ति कहलाती हैं। चतुर्भुजा के स्वरूप में आप चारों पुरूषार्थों को प्रदान करने वाली हैं जबकि दस सिर, दस भुजा तथा दस पैरों से युक्त होकर आप प्राणी की ज्ञानेन्द्रियों और कर्मेन्द्रियों को गति प्रदान करने वाली हैं। शक्ति स्वरूप में आप शव के उपर विराजित हैं। इसका अभिप्राय यह है कि शव में आपकी शक्ति समाहित होने पर ही शिव, शिवत्व को प्राप्त करते हेैं। यदि शक्ति को शिव से पृथक कर दिया जाये तो शिव भी more info शव-तुल्य हो जाते हैं। शिव-ई = शव । बिना शक्ति के सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड और शिव शव के समान हैं। मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि इस सम्पूर्ण सृष्टि में शिव और शक्ति ही सर्वस्व हैं। उनके अतिरिक्त किसी का कोई आस्तित्व नहीं है।

Report this page